Synopsis: मल्टीपल प्रेग्नेंसी (एकाधिक गर्भावस्था) क्या है? मल्टिपल प्रेग्नेंसी, सामान्य प्रेग्नेंसी से अलग क्यों है? Multiple pregnancy से जुड़ी सारी important बातें विस्तार से
मल्टीपल प्रेग्नेंसी (एकाधिक गर्भावस्था) क्या है? (What Is Multiple Pregnancy?)
“मल्टीपल प्रेग्नेंसी” का मतलब होता है, कि एक से अधिक बच्चे के साथ गर्भवती होना | इस स्थिति में अक्सर एक से अधिक अंडाणु गर्भाशय में मिलते हैं। यह भी हो सकता है कि एक अंडा जुड़ता है और फिर उससे दो या दो से अधिक भ्रूण बनते हैं, जो दो या दो से अधिक बच्चों में विकसित हो जाते हैं।
अगर अलग शब्दों में कहा जाए तो,एक से अधिक शिशुओं की गर्भवती महिला को “बहुभाग्य” या “मल्टीपल प्रेगनेंसी” के नाम से जाना जाता है जिसके विभिन्न कारण हो सकते हैं जैसे कि जीनेटिक लक्षण, आयु, या चिकित्सा प्रक्रियाएं। इस प्रकार की गर्भवती में महिला को एक से अधिक शिशुओं की देखभाल की जरूरत होती है जो सावधानीपूर्वक की जानी चाहिए।
सामान्य प्रेग्नेंसी से क्यों अलग है मल्टिपल प्रेग्नेंसी? (Why is multiple pregnancy different from normal pregnancy?)
गर्भ में तीन या तीन से अधिक बेबी होने पर इसे हाइयर ऑर्डर प्रेग्नेंसी या मल्टीपल प्रेग्नेंसी कहा जाता है। 50 महिलाओं में से 1 या 2 महिला को मल्टिपल प्रेग्नेंसी हो सकती है। जिसके कारण, इसमें और अधिक सुरक्षा और चिकित्सा की जरूरत होती है, और इसे विशेष ध्यान से निगरानी में रखना होता है।
आईए जानते हैं… मल्टीपल प्रेगनेंसी से जुड़ी कुछ और महत्वपूर्ण बातें:-
Table of Content
- मल्टीपल प्रेग्नेंसी (एकाधिक गर्भावस्था) क्या है? (What Is Multiple Pregnancy?)
- सामान्य प्रेग्नेंसी से क्यों अलग है मल्टिपल प्रेग्नेंसी? (Why is multiple pregnancy different from normal pregnancy?)
- मल्टिपल प्रेग्नेंसी (Multiple Pregnancies) क्यों और कैसे होती है?
- मल्टीप्ल प्रेगनेंसी में एक से अधिक बार गर्भवती होने का कारण क्या होता है?( What is the reason for getting pregnant more than once in multiple pregnancy?)
- मल्टिपल प्रेग्नेंसी के लक्षण क्या हैं? (Symptoms of Multiple Pregnancies)
- जुड़वा बच्चों के साथ गर्भवती ?( Pregnant with twins)
- मल्टीप्ल प्रग्नेंसी के दौरान सुरक्षा उपाय और सावधानियाँ (Safety measures and precautions during multiple pregnancy)
- मल्टिपल प्रेग्नेंसी का निदान कैसे किया जाता है? (Diagnosis of Multiple Pregnancies)
- मल्टिपल प्रेग्नेंसी के दौरन किये जाने वाले प्रमुख टेस्ट (Major tests done during multiple pregnancy)
- मल्टीपल प्रेगनेंसी क दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए? (What to do and what not to do during multiple pregnancy?)
- मल्टिपल प्रेग्नेंसी होने पर डिलिवरी किन तरीको से की जा सकती है?( In what ways can delivery be done in case of multiple pregnancy?)
- अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
मल्टिपल प्रेग्नेंसी (Multiple Pregnancies) क्यों और कैसे होती है?
आधुनिक जीवनशैली के साथ जुड़े कुछ कारणों से, जैसे उच्च तंतुमाध्यम आय (high fiber income), तेजी से बदलते भोजन हैबिट्स और ज्यादा देर एक ही जगह बैठे रहना ,शरीर के बारे मैं ज्यादा न सोचना, ओवुलेशन के लिए अत्यधिक मात्रा में दवाइयों का सेवन करना मल्टीप्ल प्रेगनेंसी के होने का संकेत है |
एक से अधिक बार गर्भवती होने के कई कारण हो सकते हैं। यह स्थिति “मल्टीप्ल प्रेग्नेंसी” के रूप में जानी जाती है, जिसमें महिला एक से अधिक शिशुओं के साथ गर्भधारण करती है।
मल्टीप्ल प्रेगनेंसी होने के प्रमुख कारण क्या है?( What is the main reason of multiple pregnancy?)
इसके निम्नलिखित कारण हो सकते हैं-
- उम्र (Age)- अधिक उम्र की महिलाओ में मल्टिपल प्रेग्नेंसी की संभावना देखने को मिलती है, जिनकी उम्र 35 वर्ष या फिर इससे अधिक की होती है |
- अनुवांशिक (Genetics)- आपके लिए यह जानना भी जरूरी है, कि अलग-अलग अंडों से उत्पन्न होने वाले बच्चों को फ्रेटरनल कहा जाता है। ऐसा तब होता है, जब दो या इससे अधिक अंडों को स्पर्म ने गर्भाधान किया है। यदि महिला के परिवार में पहले से ही फ्रेटरनल ट्विन्स (Twins) हैं, तो इसकी संभावना बढ़ जाती है। अधिकांश ट्विन्स इसी तरह के होते हैं, जिन्हें एक जैसे दिखा जा सकता है या वे अलग-अलग भी हो सकते हैं।
- परिवारिक इतिहास(Family history): यदि महिला के परिवार में पहले से ही मल्टिपल प्रेग्नेंसी की संभावना हो, तो इससे उत्तेजना बढ़ सकती है।
इन प्रमुख कारणो के अलावा,मल्टिपल प्रेग्नेंसी (Multiple Pregnancies) के कई अन्य कारण भी हो सकते हैं।
जैसे–
- विभिन्न रोग और स्वास्थ्य स्थितियाँ (Various diseases and health conditions): कुछ रोग और स्वास्थ्य स्थितियाँ भी मल्टिपल प्रेग्नेंसी को बढ़ा सकते हैं, जैसे कि पोलिसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम (PCOS) और हाइपरटेंशन (high blood pressure)।
- प्रजनन सहायता तकनीकें(Reproductive assistance technologies): आधुनिक प्रजनन सहायता तकनीकों का उपयोग करने पर भी मल्टिपल प्रेग्नेंसी की संभावना बढ़ सकती है, जैसे कि इनविट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) या आर्टिफिशियल इंसीमिनेशन।
इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) की प्रक्रिया में, मैच्योर एग्स को ओवेरी से बाहर निकालकर प्रयोगशाला में रखा जाता है। इसके बाद इन्हें स्पर्म के साथ फर्टिलाइज किया जाता है।
- गर्भावस्था की सही देखभाल(Proper pregnancy care): एक बार प्रेग्नेंट होने पर सही देखभाल नहीं होने पर भी मल्टिपल प्रेग्नेंसी की संभावना बढ़ सकती है।
- अंडाणु और ओवुलेशन की समस्याएं(Problems with eggs and ovulation): अंडाणु और ओवुलेशन से संबंधित समस्याएं भी मल्टिपल प्रेग्नेंसी का कारण बन सकती हैं।
मल्टिपल प्रेग्नेंसी के लक्षण क्या हैं? (Symptoms of Multiple Pregnancies in hindi)
मल्टिपल प्रेग्नेंसी के निम्नलिखित लक्षण होते हैं-जिसमें आमतौर पर जुड़वा बच्चों के साथ गर्भवती होना प्रमुख लक्षण देखा गया है आईए जानते हैं इससे जुड़े प्रमुख लक्षणों के विषय में –
जुड़वा बच्चों के साथ गर्भवती?( Pregnant with twins?)
इसे ध्यान में रखिए
मॉर्निंग सिकनेस (Morning sickness)- मल्टीप्ल प्रेगनेंसी के प्रमुख लक्षणों में मॉर्निंग सिकनेस का होना एक आम बात है, जो की सामान्य गर्भावस्था के दौरान भी देखने को पाई जाती है, परंतु यह नॉर्मल मॉर्निंग सिकनेस से इसलिए अलग है क्योंकि इसमें जरूरत से ज्यादा जी मिचलाना, पूरे समय उल्टी या मतली की अनुभूति का होना ,स्तनों का बहुत अधिक सॉफ्ट हो जाना प्रमुख है।
प्राय: गर्भवती होने के तीन महीने के दौरान ज्यादातर होती है, लेकिन कुछ महिलाओं को इसे गर्भावस्था के पूरे कालांतर में अनुभव हो सकता है।
भूख ज्यादा लगना(Feeling more hungry)- गर्भावस्था के दौरान भूख का लगना आम बात है परंतु मल्टीप्ल प्रेगनेंसी के अंतर्गत अगर आपको भूख ज्यादा लगती है तो डरने वाली कोई बात नहीं है क्योंकि एक से अधिक बच्चों के गर्भ में विकसित होने के लिए उन्हें अच्छे एवं हेल्दी मात्रा के आहार की जरूरत होती है जो कि आप उन्हें बार-बार खाकर ही अपने बच्चों तक पहुंचा सकते हैं जिससे उनका शरीर परिपक्व हो सके।
वजन बढ़ना (Weight gain)- गर्भ में सामान्यतः बच्चे का वजन 10 से 16 किलो तक का होना नॉर्मल बच्चे के होने के संकेत है ,पर लेकिन इससे अधिक वजन होने पर यह मल्टीपल प्रेगनेंसी जैसे एक या एक से अधिक बच्चे होने की संभावना को बढ़ा देता है, दूसरे ट्रिमेस्टर में बड़े हुए वजन के जरिए इसे आसानी से समझा जा सकता है।
गर्भ का आकार बढ़ना (Baby womb size)- मल्टीप्ल प्रेगनेंसी के अंतर्गत गर्भ का आकार ,एक नॉर्मल गर्भ के आकार से थोड़ा बड़ा होता है क्योंकि इसमें दो या तीन या फिर अधिक बच्चों का विकसित होना तय है, जिसकी वजह से गर्भ का आकार भी बड़ा दिखाई पड़ता है, सामान्य बोलचाल की भाषा में समझना चाहे तो बेबी बंप बड़ा होता है|
इन संकेतों (लक्षणों) के अतिरिक्त, अन्य लक्षण भी उत्पन्न हो सकते हैं, क्योंकि प्रत्येक गर्भवती महिला का शारीरिक संरचना अद्वितीय (अलग) होती है। यह जुड़वा बच्चों के साथ गर्भवती होने के कुछ महत्वपूर्ण लक्षण होते हैं|
ऊपर दी गई जानकारी में अब तक आपने जाना मल्टीप्ल प्रेगनेंसी के दौरान या फिर कह लीजिए जुड़वा बच्चों के साथ गर्भवती होने पर किन बातों को ध्यान में रखना चाहिए|
अब जान लेते हैं…..